होते हैं क्योंकि कई कीट प्राकृतिक प्रकाश स्रोतों, जैसे चाँद और सितारों का उपयोग नेविगेशन के लिए करते हैं। यह व्यवहार फ़ोटो टैक्टिस्म (phototaxis) कहलाता है। जब बल्ब की रोशनी होती है, तो कीट भ्रमित हो जाते हैं और उस कृत्रिम प्रकाश स्रोत की ओर आकर्षित हो जाते हैं, जिससे वे अपने प्राकृतिक मार्ग से भटक जाते हैं। बारिश के मौसम में यह प्रभाव और भी बढ़ जाता है क्योंकि बारिश और उमस के कारण कीटों की गतिविधि बढ़ जाती है। कुछ वेज्ञानिको का मानना है की यह उनके संबंध बनाने व प्रजनन प्रक्रिया का हिस्सा हो सकता है
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बरसात के मौसम में कीटों का बल्ब की रोशनी की ओर आकर्षित होने के वैज्ञानिक कारण निम्नलिखित हैं:
1.फोटो टैक्टिस्म (Phototaxis): कई कीट प्रकाश की ओर आकर्षित होते हैं, यह प्रक्रिया फोटो टैक्टिस्म कहलाती है। जब वे बल्ब की रोशनी देखते हैं, तो वे स्वाभाविक रूप से उसकी ओर खिंचते हैं।
2.नेविगेशन में भ्रम: कीट सामान्यतः चाँद और सितारों की रोशनी का उपयोग दिशा निर्धारण के लिए करते हैं। बल्ब की रोशनी इस प्रक्रिया को भ्रमित करती है और वे अपने प्राकृतिक मार्ग से भटक जाते हैं।
3.अल्ट्रावायलेट प्रकाश: कई कृत्रिम लाइट स्रोत, विशेषकर बल्ब, अल्ट्रावायलेट (UV) प्रकाश उत्सर्जित करते हैं। कीटों की आँखें इस प्रकाश के प्रति संवेदनशील होती हैं, जिससे वे आकर्षित होते हैं।
4.उमस और तापमान: बरसात के मौसम में उमस और तापमान बढ़ने के कारण कीटों की गतिविधि बढ़ जाती है। अधिक मात्रा में सक्रिय कीट बल्ब की रोशनी की ओर आकर्षित होते हैं।
5.प्रजनन व्यवहार: कुछ कीट प्रकाश की ओर आकर्षित होते हैं क्योंकि यह उनके प्रजनन व्यवहार का हिस्सा हो सकता है। बरसात के मौसम में प्रजनन गतिविधियाँ बढ़ने से यह आकर्षण और भी बढ़ सकता है।
ये वैज्ञानिक कारण मिलकर बरसात के मौसम में कीटों के बल्ब की रोशनी की ओर आकर्षित होने की व्याख्या करते हैं।
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