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अध्ययन क्या कहता है?
इस अध्ययन में वैज्ञानिकों ने इंटरल्यूकिन-11 (IL-11) नामक सूजन उत्पन्न करने वाले अणु को ब्लॉक किया। IL-11 हमारे शरीर में सूजन बढ़ाने का काम करता है, जो उम्र बढ़ने के साथ अधिक सक्रिय हो जाता है।
दवा का परीक्षण
शोधकर्ताओं ने 37 चूहों को IL-11 ब्लॉक करने वाली दवा इंजेक्शन के रूप में दी। इन चूहों की उम्र 75 हफ्ते थी, जो मानव उम्र के हिसाब से लगभग 55 साल की होती है। हर तीन हफ्ते पर इन चूहों को दवा दी गई। इसी तरह, 38 अन्य चूहों को एक दूसरी दवा दी गई, जो IL-11 को टार्गेट नहीं करती थी।
परिणाम
- IL-11 को ब्लॉक करने वाली दवा से चूहों की उम्र 20 प्रतिशत तक बढ़ गई।
- इन चूहों में कैंसर की संभावना भी कम हो गई। केवल 16 प्रतिशत चूहों में ट्यूमर पाया गया, जबकि दूसरे समूह के 60 प्रतिशत चूहों में ट्यूमर था।
- इस दवा ने चूहों में कोलेस्ट्रॉल स्तर, कमजोरियां और वजन को भी कम किया। इसके अलावा, उनके मांसपेशियों की ताकत और मेटाबोलिज्म में भी सुधार हुआ।
इंसानों के लिए क्या मतलब?
हालांकि, यह अभी साफ नहीं है कि यह दवा इंसानों पर भी यही प्रभाव डालेगी या नहीं। कुछ परीक्षण इंसानों पर चल रहे हैं, लेकिन वे खास सूजन वाली बीमारियों, जैसे कि पल्मोनरी फाइब्रोसिस, पर केंद्रित हैं।
निष्कर्ष
डॉक्टर स्टुअर्ट कुक, जो इस अध्ययन के प्रमुख वैज्ञानिक हैं, का मानना है कि सूजन को रोककर हम उम्र से जुड़ी समस्याओं को कम कर सकते हैं। लेकिन इंसानों पर इसके प्रभाव को समझने के लिए और अधिक शोध की आवश्यकता है।
इस अध्ययन से एक नई दिशा मिल सकती है, लेकिन अभी इंसानों पर इसके प्रभाव को लेकर और शोध की आवश्यकता है।
Journal Reference: Nature
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