मानवरूपी रोबोट्स का विकास तेजी से हो रहा है, खासकर सुदृढ़ीकरण शिक्षण (Reinforcement Learning) की मदद से। हाल ही में दो शोधपत्रों ने दिखाया है कि कैसे इस AI तकनीक का उपयोग कर रोबोट्स को और अधिक गतिशील और लचीला बनाया जा सकता है।
इन रोबोट्स को विभिन्न कार्यों के लिए प्रशिक्षित किया गया है, जैसे कि सॉकर खेलना और मुश्किल इलाकों में चलना। इस तकनीक से रोबोट्स को खुद से सीखने और अप्रत्याशित परिस्थितियों में प्रतिक्रिया देने में मदद मिलती है।
सुदृढ़ीकरण शिक्षण के लाभ:
1. स्वतंत्र सीखने की क्षमता: रोबोट्स को विभिन्न कार्यों को खुद से सीखने की क्षमता मिलती है।
2. बेहतर अनुकूलन: पारंपरिक प्रोग्रामिंग की तुलना में ये रोबोट्स नए और अप्रत्याशित परिस्थितियों में बेहतर प्रतिक्रिया देते हैं।
3.प्रयोगों की गति: छोटे रोबोट्स के साथ तेजी से प्रयोग किए जा सकते हैं, जिससे नई तकनीकों का विकास संभव होता है।
इस तकनीक से तैयार किए गए रोबोट्स में सॉकर खेलने की क्षमता भी विकसित की गई है, जिसमें उन्हें खुद से प्लानिंग, एगिलिटी, और सहयोग करने की क्षमता मिलती है। इसका एक उदाहरण हम इस वायरल वीडियो में देख सकते है
ये तकनीक भविष्य में फैक्ट्रियों, स्पेस स्टेशनों और नर्सिंग होम्स में भी उपयोगी हो सकती है। AI और रोबोटिक्स का ये संयोजन आने वाले समय में तकनीक की दुनिया को बदलने की क्षमता रखता है।