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ब्रिज एडिटिंग: CRISPR से भी बेहतर डीएनए संशोधन की तकनीक



जीन एडिटिंग की दुनिया में CRISPR ने क्रांति ला दी है, लेकिन अब एक और भी अधिक शक्तिशाली प्रणाली, जिसे "ब्रिज एडिटिंग" कहा जा रहा है, जीनोम को पूरी तरह से पुनः आकार देने की क्षमता प्रदान कर सकती है। इस नई प्रणाली का विकास कैलिफ़ोर्निया के आर्क इंस्टीट्यूट में पैट्रिक सू और उनकी टीम ने किया है। यह प्रणाली दो डीएनए टुकड़ों को भौतिक रूप से जोड़ने या "ब्रिज" करने पर आधारित है, जिससे जीनोम के बड़े हिस्सों को संशोधित किया जा सकता है।


CRISPR से ब्रिज एडिटिंग तक का सफर

CRISPR जीन एडिटिंग ने 2012 में अपनी शुरुआत के बाद से जीवविज्ञान को बदल दिया है। CRISPR-Cas9 प्रणाली का उपयोग विभिन्न उद्देश्यों के लिए किया जा रहा है, और पिछले साल इसके पहले चिकित्सा उपचारों को मंजूरी मिली। हालांकि, CRISPR का मूल रूप, जो Cas9 प्रोटीन का उपयोग करता है, अधिकतर जीन को नष्ट करने वाला है बजाय इसके कि वह जीन को संपादित करे।

CRISPR-Cas9 में दो भाग होते हैं: एक भाग गाइड आरएनए अणु के साथ जुड़ता है और डीएनए के एक निश्चित खंड को खोजता है, जबकि दूसरा भाग डीएनए को काटता है। जब यह डीएनए को काटता है, तो कोशिका इसकी मरम्मत करती है और यह प्रक्रिया तब तक जारी रहती है जब तक कि मरम्मत के दौरान त्रुटियां नहीं होतीं, जिससे लक्षित स्थल में नियोजित तरीके से उत्परिवर्तन होते हैं।


ब्रिज एडिटिंग की विशिष्टता

ब्रिज एडिटिंग प्रणाली में एक रिकॉम्बिनेस प्रोटीन होता है जो गाइड आरएनए के साथ जुड़ता है। यह प्रणाली दो डीएनए अनुक्रमों को खोजने के लिए निर्दिष्ट करती है, न कि केवल एक को। यह प्रणाली किसी भी लंबाई के डीएनए अनुक्रमों को जोड़ने, हटाने या उलटने के लिए इस्तेमाल की जा सकती है। इससे पहले भी ऐसी तकनीकें थीं, लेकिन वे आमतौर पर कई चरणों में होती थीं और उनके पीछे "स्कार्स" छोड़ जाती थीं। ब्रिज एडिटिंग "स्कारलेस" होती है और जीनोम को संशोधित करने के लिए अभूतपूर्व नियंत्रण प्रदान करती है।


संभावनाएं

हालांकि ब्रिज एडिटिंग को केवल बैक्टीरियल कोशिकाओं या टेस्ट ट्यूबों में ही सफलतापूर्वक प्रदर्शित किया गया है, यह देखा जाना बाकी है कि यह मानव कोशिकाओं में कैसे काम करेगी। लेकिन विशेषज्ञों का मानना है कि यदि यह प्रणाली प्रारंभिक परीक्षणों में विफल भी होती है, तो इसे समय के साथ संशोधित किया जा सकता है ताकि यह मानव कोशिकाओं में भी काम कर सके।


निष्कर्ष

ब्रिज एडिटिंग एक महत्वपूर्ण कदम है जो जीनोम को संशोधित करने की दिशा में नए आयाम खोल सकता है। यह न केवल दोषपूर्ण जीन को बदलने के लिए, बल्कि पौधों और जानवरों के जीनोम को पूरी तरह से पुनः आकार देने के लिए भी उपयोगी हो सकता है। इस नई तकनीक के साथ, हम जीनोम डिज़ाइन के व्यापक दृष्टिकोण की ओर बढ़ सकते हैं और जीवविज्ञान की दुनिया में एक नई क्रांति ला सकते हैं।

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